पाठ योजना: संज्ञा (सातवीं कक्षा - हिंदी)
विषय: संज्ञा और उसके प्रकार
कक्षा: 7वीं
अवधि: 40 मिनट
शिक्षण उद्देश्य:
- छात्रों को संज्ञा का अर्थ और उसकी परिभाषा समझाना।
- संज्ञा के प्रकारों (व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, द्रव्यवाचक) का परिचय देना।
- उदाहरणों और अभ्यास के माध्यम से छात्रों को विषय पर स्पष्ट समझ देना।
- भाषा कौशल को विकसित करना और छात्रों को रचनात्मक रूप से सोचने के लिए प्रेरित करना।
पाठ योजना का विवरण
1. परिचय (10 मिनट)
पाठ की शुरुआत छात्रों की रुचि जागृत करने के लिए कुछ सामान्य प्रश्न पूछकर की जाएगी:
- तुम्हारा नाम क्या है?
- तुम कहाँ रहते हो?
- तुम्हारा पसंदीदा खेल कौन-सा है?
इन प्रश्नों के उत्तर से यह स्पष्ट किया जाएगा कि नाम, स्थान, वस्तुएँ आदि "संज्ञा" होती हैं।
इसके बाद ब्लैकबोर्ड पर "संज्ञा" शब्द लिखा जाएगा और छात्रों से पूछा जाएगा कि वे इस शब्द से क्या समझते हैं। फिर उन्हें उनके दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले कुछ संज्ञा शब्द बताने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
2. मुख्य शिक्षण (15 मिनट)
संज्ञा की परिभाषा:
जिस शब्द से किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव का बोध हो, उसे संज्ञा कहते हैं।
संज्ञा के प्रकार:
-
व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun):
- किसी विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु के नाम को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
- उदाहरण: महात्मा गांधी, दिल्ली, ताजमहल, गंगा नदी।
-
जातिवाचक संज्ञा (Common Noun):
- किसी जाति या समूह के लिए प्रयुक्त संज्ञा जातिवाचक संज्ञा कहलाती है।
- उदाहरण: लड़का, शहर, नदी, किताब।
-
भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun):
- किसी भाव, गुण या अवस्था को व्यक्त करने वाले शब्द भाववाचक संज्ञा कहलाते हैं।
- उदाहरण: ईमानदारी, क्रोध, सुंदरता, बहादुरी।
-
द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun):
- किसी पदार्थ या द्रव्य को व्यक्त करने वाले शब्द द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते हैं।
- उदाहरण: पानी, दूध, सोना, हवा।
3. उदाहरणों के माध्यम से स्पष्टिकरण (10 मिनट)
ब्लैकबोर्ड पर कुछ वाक्य लिखे जाएंगे और छात्रों से संज्ञा शब्दों को पहचानने के लिए कहा जाएगा। उदाहरण के लिए:
- रवि स्कूल जा रहा है। (व्यक्तिवाचक संज्ञा - रवि)
- बाघ जंगल में रहता है। (जातिवाचक संज्ञा - बाघ, जंगल)
- ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है। (भाववाचक संज्ञा - ईमानदारी)
- सोना बहुत कीमती धातु है। (द्रव्यवाचक संज्ञा - सोना)
छात्रों को उनके आसपास की वस्तुओं के नाम बताने के लिए कहा जाएगा और वे उन्हें संज्ञा के प्रकारों में वर्गीकृत करेंगे।
4. अभ्यास (5 मिनट)
छात्रों को निम्नलिखित कार्य दिए जाएंगे:
- पाँच व्यक्तिवाचक संज्ञा लिखें।
- अपने घर में पाई जाने वाली पाँच वस्तुओं की सूची बनाकर उनकी संज्ञा का प्रकार लिखें।
- दिए गए वाक्यों में संज्ञा पहचानें।
5. पुनरावृत्ति और निष्कर्ष (5 मिनट)
- पाठ का संक्षिप्त पुनरावलोकन किया जाएगा।
- छात्रों से प्रश्न पूछकर उनकी समझ का मूल्यांकन किया जाएगा।
- गृहकार्य: अपने पसंदीदा स्थान, व्यक्ति और वस्तु के बारे में पाँच वाक्य लिखें और उसमें संज्ञा शब्द को रेखांकित करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: संज्ञा क्या होती है?
उत्तर: संज्ञा उस शब्द को कहते हैं जिससे किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु या भाव का बोध होता है।
Q2: संज्ञा के कितने प्रकार होते हैं?
उत्तर: संज्ञा के चार मुख्य प्रकार होते हैं – व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक और द्रव्यवाचक संज्ञा।
Q3: व्यक्तिवाचक संज्ञा का उदाहरण दीजिए।
उत्तर: महात्मा गांधी, दिल्ली, गंगा।
Q4: भाववाचक संज्ञा क्या होती है?
उत्तर: जो किसी भाव, गुण या अवस्था का बोध कराए, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे - खुशी, बहादुरी।
Q5: क्या ‘मिठास’ एक संज्ञा है?
उत्तर: हाँ, ‘मिठास’ भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है।
निष्कर्ष
इस पाठ के माध्यम से छात्रों को संज्ञा और उसके प्रकारों की स्पष्ट समझ मिलेगी। अभ्यास से वे इसे अपने दैनिक जीवन में पहचानने में सक्षम होंगे।
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