बी. एफ. स्किनर का ऑपरेटेंट कंडीशनिंग सिद्धांत – विस्तृत हिंदी लेख
1. परिचय: बी. एफ. स्किनर और उनका मनोवैज्ञानिक योगदान
बी. एफ. स्किनर (B.F. Skinner) 20वीं शताब्दी के सबसे प्रभावशाली मनोवैज्ञानिकों में से एक थे। उन्होंने व्यवहारवाद (Behaviorism) को आगे बढ़ाया और ऑपरेटेंट कंडीशनिंग (Operant Conditioning) का सिद्धांत प्रस्तुत किया।
स्किनर ने यह समझाने का प्रयास किया कि व्यवहार (Behavior) कैसे सीखने और परिणामों के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है। उनका मानना था कि अगर किसी व्यवहार के बाद सकारात्मक परिणाम (Positive Consequence) मिलता है, तो वह व्यवहार फिर से दोहराने की संभावना बढ़ जाती है, जबकि नकारात्मक परिणाम (Negative Consequence) मिलने पर व्यवहार की पुनरावृत्ति कम हो जाती है।
2. ऑपरेटेंट कंडीशनिंग क्या है?
ऑपरेटेंट कंडीशनिंग सीखने की एक प्रक्रिया है जिसमें किसी जीव का व्यवहार उसके परिणामों से प्रभावित होता है।
- यदि किसी कार्य के बाद पुरस्कार (Reward) मिले, तो वह व्यवहार मजबूत होता है।
- यदि किसी कार्य के बाद दंड (Punishment) मिले, तो वह व्यवहार कमजोर हो जाता है।
उदाहरण:
- यदि कोई बच्चा अच्छा व्यवहार करता है और उसे चॉकलेट मिलती है, तो वह आगे भी अच्छा व्यवहार करेगा।
- यदि कोई छात्र गलत उत्तर देने पर शिक्षक से डांट खाता है, तो वह अगली बार सही उत्तर देने का प्रयास करेगा।
स्किनर ने इस सिद्धांत को वैज्ञानिक रूप से सिद्ध करने के लिए "स्किनर बॉक्स" का प्रयोग किया था।
3. ऑपरेटेंट कंडीशनिंग के प्रमुख घटक
स्किनर ने चार मुख्य घटकों की पहचान की:
1. सकारात्मक पुनर्बलन (Positive Reinforcement)
जब किसी अच्छे व्यवहार को इनाम देकर प्रोत्साहित किया जाता है।
उदाहरण:
- यदि कोई कर्मचारी समय पर काम पूरा करता है और उसे बोनस मिलता है, तो वह भविष्य में भी समय पर काम करेगा।
- कोई बच्चा होमवर्क पूरा करता है और उसे तारीफ मिलती है, तो वह आगे भी होमवर्क करेगा।
2. नकारात्मक पुनर्बलन (Negative Reinforcement)
जब किसी नकारात्मक परिस्थिति को दूर करके व्यवहार को बढ़ावा दिया जाता है।
उदाहरण:
- यदि कोई ड्राइवर सीट बेल्ट पहनता है और कार का अलार्म बंद हो जाता है, तो वह आगे भी सीट बेल्ट पहनेगा।
- यदि एक छात्र पढ़ाई करने से परीक्षा का डर कम महसूस करता है, तो वह आगे भी पढ़ाई करेगा।
3. दंड (Punishment)
जब किसी गलत व्यवहार को रोकने के लिए दंड दिया जाता है।
उदाहरण:
- यदि कोई बच्चा झूठ बोलता है और उसे सजा मिलती है, तो वह दोबारा झूठ नहीं बोलेगा।
- यदि कोई कर्मचारी समय पर नहीं आता और उसकी सैलरी काट ली जाती है, तो वह भविष्य में समय पर आने लगेगा।
4. विलोपन (Extinction)
जब किसी व्यवहार को मजबूत करने वाला कोई इनाम या दंड हट जाता है, तो वह धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है।
उदाहरण:
- यदि बच्चा हर बार रोने पर खिलौना पाने की आदत डाल ले, लेकिन माता-पिता खिलौना देना बंद कर दें, तो बच्चा धीरे-धीरे रोना बंद कर देगा।
- यदि कोई ग्राहक किसी खराब सेवा वाले होटल में जाना बंद कर दे, तो होटल का व्यवसाय धीरे-धीरे खत्म हो सकता है।
4. स्किनर बॉक्स (Skinner Box) का प्रयोग
बी. एफ. स्किनर ने चूहों और कबूतरों पर प्रयोग करके ऑपरेटेंट कंडीशनिंग को सिद्ध किया।
स्किनर बॉक्स प्रयोग
- उन्होंने एक बंद बॉक्स में चूहे को रखा।
- उस बॉक्स में एक लीवर (Lever) था।
- जब चूहा गलती से लीवर दबाता, तो उसे खाना मिलता।
- कुछ समय बाद चूहा बार-बार लीवर दबाने लगा, क्योंकि उसे इनाम मिल रहा था।
यह प्रयोग यह दिखाता है कि व्यवहार को इनाम (Reinforcement) देकर बदला और नियंत्रित किया जा सकता है।
5. ऑपरेटेंट कंडीशनिंग बनाम क्लासिकल कंडीशनिंग
6. जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अनुप्रयोग
1. शिक्षा क्षेत्र में
- छात्रों को अच्छे अंक लाने पर पुरस्कार दिया जाता है।
- होमवर्क पूरा करने पर प्रशंसा दी जाती है।
2. कार्यस्थल पर
- कर्मचारी को अच्छे प्रदर्शन पर बोनस मिलता है।
- अनुशासनहीनता पर वेतन काट लिया जाता है।
3. बाल विकास में
- अच्छे व्यवहार के लिए बच्चों को गिफ्ट दिया जाता है।
- गलत व्यवहार पर उन्हें सजा दी जाती है।
4. मानसिक स्वास्थ्य में
- मनोवैज्ञानिक समस्याओं के इलाज में इसका उपयोग किया जाता है।
5. अपराध नियंत्रण में
- अपराधियों को जेल में डालकर दंड दिया जाता है, ताकि अपराध कम हों।
7. ऑपरेटेंट कंडीशनिंग के लाभ और सीमाएँ
लाभ
✅ व्यवहार को वैज्ञानिक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।
✅ शिक्षा और प्रशिक्षण में बहुत उपयोगी है।
✅ समाज में अनुशासन बनाए रखने में मदद करता है।
सीमाएँ
❌ यह केवल बाहरी व्यवहार को नियंत्रित करता है, आंतरिक विचारों को नहीं।
❌ यह जटिल मानसिक प्रक्रियाओं को पूरी तरह नहीं समझा सकता।
8. निष्कर्ष
ऑपरेटेंट कंडीशनिंग एक महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक सिद्धांत है, जिसे बी. एफ. स्किनर ने विकसित किया। यह व्यवहार को इनाम और दंड के माध्यम से नियंत्रित करने की एक प्रभावी विधि है। इसका उपयोग शिक्षा, कार्यस्थल, मानसिक स्वास्थ्य और अपराध नियंत्रण में किया जाता है।
9. बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. ऑपरेटेंट कंडीशनिंग किसने दिया?
उत्तर: बी. एफ. स्किनर ने।
Q2. ऑपरेटेंट कंडीशनिंग का मुख्य सिद्धांत क्या है?
उत्तर: इनाम और दंड के माध्यम से व्यवहार को नियंत्रित करना।
Q3. ऑपरेटेंट कंडीशनिंग का उदाहरण क्या है?
उत्तर: बच्चा अच्छे अंक लाने पर चॉकलेट पाने के लिए मेहनत करता है।
Q4. ऑपरेटेंट और क्लासिकल कंडीशनिंग में क्या अंतर है?
उत्तर: ऑपरेटेंट कंडीशनिंग में व्यवहार परिणामों पर आधारित होता है, जबकि क्लासिकल कंडीशनिंग में उत्तेजना पर।


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